लेखनी प्रतियोगिता -10-Jan-2022
चांदनी रात...
पंद्रह दिन की रात के बाद आज ये चांदनी रात आई हैं,
नवरात्री के नौ दिनों के रात के बाद आज ये शरद पूर्णिमा की रात आई हैं।
आज इस चांदनी रात में सभी खेलैया अपनी अपनी खेलैया के संग आए हैं,
इसलिए देखो आज ये चाँद भी अपनी चाँदनी के साथ आए हुए हैं।
राधाकृष्ण के जैसे ही हर कोई इस चाँदनी रात में रास खेलने में मस्त हैं,
लगता हैं जैसे पूरा वृंदावन ही यहाँ पर उपस्थित हैं।
इस चाँदनी रात में एक महोब्बत भरा पैगाम उसने मुझे भेजा हुआ हैं,
कहा हैं उसने की कहते हैं इसे राधाकृष्ण की रात, क्या तुम रहोगी राधा बनके हमेशा मेरे साथ?
ये चांदनी रात बहोत खास है, क्योंकि ये होती शरद पूर्णिमा की रात हैं,
अगर हो हाथों में अपनी आशिकी का हाथ,तो ये रात प्रेमियों की रात हैं।
करिश्मा खारवा
Shrishti pandey
11-Jan-2022 11:53 PM
Nice
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Abhinav ji
11-Jan-2022 12:34 AM
Nice
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Punam verma
10-Jan-2022 03:39 PM
Nice
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